वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Feb 14, 2021

बात कृषि और कृषक की तथा मौजूदा हालातों की- चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ लेखक अरुण तिवारी

February 14, 2021 0
अगला मुद्दा :  लागत, जोत और ग्रामीण संपत्ति कर ? या किसान आंदोलन : अब पूरी बात हो लेखक: अरुण तिवारी किसान आंदोलन स्थल की सड़कों पर कील, तार औ...
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Feb 6, 2011

यहाँ कैसे हासिल हों इन्हें तालीम का कानूनी हक ?

February 06, 2011 4
यहां कैसा लागू हो शिक्षा का कानूनी अधिकार! - टांगिया गांव में न स्कूल है, न टीचर - दिन फसलो को बचाने में गुजारते हैं बच्चे अपना वक्त टांग...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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