वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Apr 13, 2016

प्राकृतिक संसाधन पर सामुदायिक मालिकयत का उत्तराखण्ड सम्मेलन

April 13, 2016 0
तिथि: 15-16 अप्रैल, 2016 स्थान: अनाशक्ति आश्रम, कौसानी (उत्तराखण्ड) आयोजक: आज़ादी बचाओ आंदोलन हालांकि यह सच है कि शासन, प्रशा...
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Sep 16, 2012

बिखरता हिमालय

September 16, 2012 1
  जल जंगल जमीन- जो बुनियादी हैं! उन्हें ही तहस नहस किया जा रहा है- विकास बनाम विनाश मानव सभ्यता की हम बात करते रहते...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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