वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

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बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

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Oct 12, 2018

दुधवा में तीन हजार तोते बरामद, तीन शिकारी गिरफ्तार

October 12, 2018 0
दुधवा जंगल से तीन हजार तोतों का शिकार करने वाले तीन आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने धर दबोचा। मौके से टीम को ...
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May 7, 2013

पर्यावरण की नज़र से एक दु:स्वप्न है गुजरात ! मोदी वालों !

May 07, 2013 0
     शेर का सवाल और गुजराती अस्मिता - गीर के शेरों का विवाद यह बताता है, कि देश में पर्यावरण जैसे मुद्दे पर भी भावनाओं को भड़काने की...
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Dec 25, 2011

Jun 27, 2011

संवेदना की वापसी...

June 27, 2011 1
अपने घर की छत पर कुंडे में पानी भरते हुए सुचित सेठ शाहजहांपुर के घूरनतलैया मोहल्ले के मकान नंबर : 54 की कहानी हिन्दुस्तान ने सुधरवा दी पा...
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जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

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