वे कोंदो, जामुन, और प्याज खाकर रहे जिंदा Dudhwa Live March 07, 2011 0 "मुकद्दर में लिखा के लाये हैं दर-बदर फिरना परिंदे कोई मौसम को परेशानी में रहते हैं" गुरबत की कहानी, वनटांगिया की जुबानी - भूंख से... Read more »