हम ठहरे लक्ष्मीपति की छाती पर श्रीवत्सचिह्न देने वाले महर्षि भृगु की संतान
Dudhwa Live
November 01, 2016
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कृषि और कृष्ण की प्रकृति एक है... तो राजलक्ष्मी को अगर सौ बार गरज है कि अपने आने का संदेश उसे इन वधिरों तक, इन अंधों तक भी पहुँचाना...