बाघ ने पुजारी पर किया हमला उठा ले गया जंगल हुई मौत।
तिकुनिया खीरी
उत्तर निघासन रेंज का मंझरा पूरब जंगल व उसके आसपास का इलाका पिछले कुछ वर्षों से इंसानों के लिए डेंजर जोन बनता जा रहा है यहां डेरा जमाए हिंसक बाघ बीते एक वर्ष में दर्जनों बेसहारा मवेशियों के साथ-साथ डेढ़ दर्जन से अधिक इंसानों को अपना निवाला बना चुका है। तराई इलाके में आए दिन हिंसक बाघों के द्वारा हो रही घटनाओं से जहां ग्रामीण दहशत भरी जिंदगी जीने को मजबूर हो गए हैं वहीं वन विभाग की नजर में इंसानों की जिंदगी की कोई कीमत नही हैं इसलिए अभी तक बाघ को नरभक्षी घोसित नही कर रहा है।
इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया जब लोगों को मालूम हुआ कि शाम को सात बजे मंदिर के पुजारी को मंदिर से बाघ उठा ले गया खबर आग की तरह इलाके में फैल गई लोगों का जमावड़ा लग गया लोग वन विभाग के प्रति आक्रोशित हो गए क्षेत्रिय वनाधिकारी के काफी समझाने पर लोग शांत हुए।कोतवाली तिकुनियां क्षेत्र के खैरटिया में बीते शुक्रवार को मझरा रेलवे स्टेशन और खैरटिया के मध्य बने मंदिर कुटी में गांव भंगहा निवासी मूलचंद उर्फ मोहनदास 60 वर्ष बचपन से रहते थे, शुक्रवार देर शाम वह कुटी के बाहर लगे नल पर पानी लेने गये, जहां उस पर बाघ ने हमला कर जंगल में खींच ले गया, ग्रामीणों के काफी तलाशने के बाद शनिवार की सुबह जंगल से साधु के कुछ कंकाल बरामद हुए हैं। तराई क्षेत्र में बाघ के द्वारा आए दिन हो रही इंसानी मौतों से ग्रामीण काफी दहशत भरी जिंदगी जीने को मजबूर है।सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय वनाधिकारी विमलेश कुमार, वन दरोगा श्याम सिंह, हरि लाल व तिकोनिया इंस्पेक्टर बालेन्दु गौतम को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग अब तो बाघ को नरभक्षी घोषित करते हुए पकड़वाकर किसी शोधघर भेजे या फिर मौत के घाट उतारे।
इस सम्बंध में क्षेत्रिय वनाधिकारी विमलेश कुमार ने बताया कि वन टीम को पेट्रोलिंग पर लगाया गया है इसके साथ ही बाघ को पकड़वाने के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
शकील अहमद
वरिष्ठ पत्रकार- बेलरायां जनपद खीरी
Email: shakeelsaharapress@gmail.com
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