वन विभाग को मिली कामयाबी नरभक्षी? बाघिन पकड़ी गई।
बेलरायां खीरी--दुधवा टाइगर रिजर्व की कर्तनिया वन्यजीव बिहार जंगल से निकली बाघिन ने मंझरा पूरब तथा खैरटिया के बफरजोन व ग्रामीण इलाके में आतंक मचा रक्खा था जिसे उत्तर निघासन रेंजर विमलेश कुमार की अगुवाई में वन रक्षक श्याम सिंह,पुष्कर, अवधेश कुमार ने बड़ी ही चतुराई से पिंजरे में कैद कर लिया आतंक का पर्याय बनी बाघिन के पकड़ने की खबर से भले ही लोगों को कुछ राहत मिली हो लेकिन अभी अन्य वहां पर मौजूद बाघों से भी इंसानी जिंदगी खतरे में बताई जा रही है जिससे लोग काफी भयभीत है।
वन विभाग को बाघिन पकड़ने में भले ही बड़ी कामयाबी मिल गई हो लेकिन बाघ की दहशत अभी भी बरकरार है।दो दर्जन लोगों को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की गई थी जिसमें चार हाथियों से ट्रेंकुलाइज करने वाले डॉ दयाशंकर की अगुवाई में चिड़ियाघर के ट्रेंकुलाइज स्पेशलिस्ट डॉ भी आए थे लेकिन उत्तर निघासन रेंज वन विभाग की टीम द्वारा बनाए चक्रब्यूह में आखिर बाघिन फंस गई वन विभाग द्वारा रामजानकी मंदिर के समीप लगाए गए पिंजरे में बाघिन को कैद कर लिया बाघिन तो कैद हो गई लेकिन अभी ये मालूम नहीं हो पाया कि क्या इसी बाघिन ने सभी लोगों को मौत के घाट उतारा है।
क्या आतंकी बाघिन को होगा आजीवन कारावास।
लगभग दो दर्जन इंसानी जिंदगियों को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन को पकड़कर कर्तनियाघाट वन्यजीव बिहार ले जाया गया है जिसे वनाधिकारियों के विचार-विमर्श के बाद ही कहीं भेजा जाएगा।इस सम्बंध में मुख्य वन्यजीव संरक्षक/फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक से नेटवर्क में न होने के कारण बात नही हो सकी, कि इस बाघिन को लखनऊ चिड़ियाघर भेजा जाएगा या कहीं और? सवाल ये भी उठता है कि क्या पकड़ी गई बाघिन निर्दोष तो नही?
,,उत्तर निघासन रेंजर विमलेश कुमार की कुशल रणनीति व उनकी टीम ने 2018 में भी वन विभाग को अपूर्णीय क्षति बाघ को मौत से बचाया था 14 अप्रेल 2018 को उत्तर निघासन रेंज के सहतेपुरवा में एक बाघ को ग्रामीणों ने जाल में फंसा लिया था जिसमें वन रक्षक श्याम सिंह ने मौके पर पहुंचकर बाघ की जान बचाई थी वन रक्षक श्याम सिंह की मौजूदगी की वजह से बाघ की जान बच गई थी आज फिर आतंकी बाघिन को पकड़ने में उत्तर निघासन रेंज के रेंजर विमलेश कुमार के कुशल दिशानिर्देशों में बाघिन को पकड़ने में वन रक्षक श्याम सिंह,वन दरोगा पुष्कर सिंह,अवधेश कुमार की मुख्य भूमिका रही।
शकील अहमद, वरिष्ठ पत्रकार
बेलरायां-खीरी
@दुधवालाइव डेस्क
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