वन विभाग की टीम को चकमा देकर बाघ ले गया शिकार।
बेलरायां खीरी--आतंक का पर्याय बने दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन मंझरा पूरब उत्तर निघासन रेंज के बाघ ने एक के बाद एक कर डेढ़ दर्जन से ज़्यादा इंसानी जिंदगियों को मौत के घाट उतारने के बात वन विभाग ने हिंसक बाघ को आदमखोर घोषित कर ट्रेंकुलाइज करने के अलावा एक पड्डा पिंजड़े में और एक पड्डा पिंजड़े के बाहर बांधकर बाघ को पकड़ने की कोशिश की लेकिन चतुराई की हद पार करते हुए बाघ ने वन विभाग की अब तक कि कोशिशों को नाकाम कर दिया पिंजरे के बाहर बंधे पड्ढे को बाघ ने अपना शिकार बना लिया।
जानकारी के मुताबिक बीते तीन दिनों से वन विभाग ने पिंजड़ा लगाया और तीन प्रशिक्षित हथनियों जयमाला,चम्पाकली और गंगाकली को बाघ की मॉनिटरिंग के लिए लगाया टीम की अगुवाई दुधवा टाइगर रिजर्व के डॉ दयाशंकर कर रहे हैं अब देखना है कि आज बाघ वन विभाग के द्वारा बनाई रणनीति को भेद पाता है कि नहीं।
बॉक्स,सूत्रों की मानें तो कैमरा टैपिंग में फेस नही हो पाया बाघ है या बाघिन अभी ये कहना मुश्किल है क्योंकि वन विभाग ने कोई अधिकारिक बयान जारी नही किया।
बॉक्स,बाघ के आतंक से खेत ख़लीहान जाना हुआ बन्द शाम होते ही अपने-अपने घरों में दुबक जाते हैं लोग जिंदगी और मौत के बीच लोगों का एक-एक लम्हा गुजर रहा है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार रेंजर विमलेश कुमार ने बताया कि बाघ के आतंक से बहुत जल्द लोगों को निजात मिलेगी जल्द ही बाघ वन टीम की पकड़ में होगा जयमाला,चम्पाकली, गंगाकली हथिनियों के साथ बख्तरबंद ट्रेक्टर भी टीम में शामिल है उन्होंने लोगों से धैर्य रखने की बात कही।
शकील अहमद
वरिष्ठ पत्रकार, बेलरायां-खीरी
shakeelsaharapress@gmail.com
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