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Jan 29, 2022

तराई के जंगलों में बरक़रार है बाघों की बादशाहत!

 


दुधवा में बाघों को देखकर हतप्रभ रह जाते हैं पर्यटक।

कुछ इस तरह बाघ के दीदार होने से पर्यटकों की रुक जाती हैं सांसे।

बेलरायां खीरी--पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान बाघ दिख जाए तो अच्छा और न दिखे तो उससे भी अच्छा ये कहावत उस वक्त हकीकत में बदल जाती है जब कुछ इस तरह जंगल में सफारी के दौरान पर्यटकों को जंगल के राजा बाघ के दर्शन हो जाये आपको जानकर हैरत होगी कि दुधवा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के जंगल सफारी के दौरान अचानक बाघ ने आकर उनका रास्ता रोक लिया उस समय पर्यटकों की सांसे रुक गई उनके आश्चर्य की सीमा न रही किसी ने ये नहीं सोंचा होगा कि अचानक जंगल के राजा बाघ उनका रास्ता रोककर अपना दीदार करा देंगे। 

बाघ के अलावा दुधवा नेशनल पार्क में रोमांचित करने वाले हजारों प्रकार के दुर्लभ प्रजाति के पशु पक्षियों का बसेरा है जिन्हें देखकर कोई भी पर्यटक मंत्रमुग्ध हुए बगैर नहीं रह सकता,यहां आपको बताते चलें कि दुधवा टाइगर रिजर्व में पांच प्रकार की हिरन प्रजातियां पाई जाती हैं.

 जिसमें सबसे छोटी प्रजाति के कांकड़ से लेकर पाढ़ा,चीतल,सांभर, बारहसिंगा इसके अलावा भारीभरकम राइनों,नील गाय,हांथी,लेपर्ड,बाघ,भालू,कांटेदार स्याही,पेंगोलिन,जंगली बिल्ली सहित हजारों प्रकार के पशु पक्षियों के साथ ही बेशकीमती पेड़ पौधों से सुसज्जित है जो प्रकृति की अनमोल धरोहर के रूप में जानी जाती है जिसे देखने के लिए देश विदेश से हजारों पर्यटक आते हैं दुधवा टाइगर रिजर्व में कई ऐसी झीलें हैं जिनमें आजकल साइबेरियन पक्षियों का बसेरा है जिन्हें देखकर कोई भी पर्यटक प्राकृतिक उपहार की कल्पना से परे नही रह सकता।

दुधवा उपनिदेशक कैलाश प्रकाश के मुताबिक पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइडों से जंगल सफारी कराई जाती है पर्यटकों के लिए हांथी से भी जंगल सफारी कराई जाती है।


शकील अहमद (वरिष्ठ पत्रकार)
बेलरायां, जनपद - खीरी 
ईमेल: shakeelsaharapress@gmail.com


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