वन्य जीवन एवं पर्यावरण

International Journal of Environment & Agriculture ISSN 2395 5791

Breaking

बीती सदी में बापू ने कहा था

"किसी राष्ट्र की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से मापा जाता है कि वह अपने यहां जानवरों से किस तरह का सलूक करता है"- मोहनदास करमचन्द गाँधी

ये जंगल तो हमारे मायका हैं

Jan 29, 2022

ओमीक्रोन वायरस की पहचान के लिए भारतीयों ने ईजाद की किट

 


  • ऑमिक्रॉन के लिए सीएसआईआर वैज्ञानिकों ने विकसित की आरटी-पीसीआर किट 

  • नई दिल्ली, 24 जनवरी (इंडिया साइंस वायर): कोरोना वायरस उत्परिवर्तित (Mutate) होकर निरंतर अपना रूप बदल रहा है। ऐसे में, वायरस के नये उभरते रूपों की पहचान और उपचार चुनौतीपूर्ण हो गया है। ऑमिक्रॉन जैसे कुछ रूपांतरित कोरोना वायरस के संक्रमण के मध्यम लक्षण देखे गए हैं, और इसके संक्रमण के कारण होने वाली मौतों के मामले भी कम हैं। लेकिन, कोरोना का ऑमिक्रॉन संस्करण दुनिया भर में जंगल की आग की तरह बेहद तेजी से फैल रहा है।

  • वर्तमान में, कोरोना के इस संस्करण का पता लगाना ‘एस-जीन ड्रॉप आउट’ या फिर संपूर्ण वायरल जीनोम के ‘एनजीएस (नेक्स्टजेन सीक्वेंसिंग)’ जैसे परीक्षणों पर निर्भर करता है। हालाँकि, ‘एस-जीन ड्रॉप आउट’ विधि वायरस संस्करण के प्रकार की सटीक पहचान करने में सक्षम नहीं है; तो वहीं, एनजीएस में लगने वाले समय, खर्च और इस सेवा को प्रदान करने वाले केंद्रों की सीमित संख्या के कारण इस पद्धति की अपनी सीमाएं हैं।

  • सीएसआईआर-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ के वैज्ञानिकों की एक टीम ने अपने औद्योगिक भागीदार बायोटेक डेस्क प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के सहयोग से ऑमिक्रॉन संस्करण की विशिष्ट पहचान के लिए एक स्वदेशी आरटी-पीसीआर किट विकसित की है, जिसे इंडिकोव-ओमTM (INDICoV-OmTM) नाम दिया गया है। ऑमिक्रॉन वेरिएंट का पता लगाने के लिए पूरी दुनिया में उपलब्ध कुछ गिनी चुनी किट्स में से यह एक विशिष्ट किट है।

  • इस अध्ययन से जुड़े प्रमुख शोधकर्ता डॉ अतुल गोयल ने कहा कि यह किट ऑमिक्रॉन वेरिएंट की त्वरित और लागत प्रभावी पहचान करने में उपयोगी है। इसे भविष्य में कोविड संक्रमण और अन्य श्वसन संक्रमण के उभरते रूपों का पता लगाने के लिए भी अनुकूलित किया जा सकता है। इस किट का परीक्षण एवं सत्यापन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ में कोविड पॉजिटिव मरीजों के नमूनों में प्रोफेसर अमिता जैन द्वारा किया गया है। 

  • यह किट फरवरी के मध्य तक उपलब्ध हो सकती है। डॉ. श्रद्धा गोयनका, प्रबंध निदेशक, बायोटेक डेस्क प्राइवेट लिमिटेड ने कहा है कि “हम नियामक अनुमोदन और किट की असेंबली पर काम कर रहे हैं, और जल्दी ही बाजार में इसके जारी होने के लिए आश्वस्त हैं।"

  • प्रोफेसर तपस के. कुंडू, निदेशक, सीएसआईआर-सीडीआरआई ने बताया कि "वर्तमान में सीडीआरआई किसी भी प्रकार के वायरल संक्रमण से निपटने हेतु चिकित्सीय और नैदानिकी (थेरप्यूटिक्स एवं डायग्नोस्टिक) दोनों ही पहलुओं पर  एंटी-वायरल शोध में पर्याप्त विशेषज्ञता हासिल कर रहा है। सार्स-कोव-2 ऑमिक्रॉन (SARS-Cov-2 Omicron) की जाँच/निदान हेतु यह किट भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) को स्वतंत्र सत्यापन के लिए प्रेषित की गई है, जिसके नियामक अनुमोदन के पश्चात यह भारत के लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।"

  • शोधकर्ताओं में डॉ. गोयल के अलावा डॉ. नीति कुमार, डॉ. आशीष अरोड़ा, सुश्री सुरभि मुंद्रा, सुश्री वर्षा कुमारी, श्री कुंदन सिंह रावत और सुश्री प्रियंका पांडेय शामिल थीं।

  • ISW/USM/CSIR-CDRI/OMICRON/HIN/24/01/2022

  • फ़ोटो: डॉ अतुल गोयल और उनकी टीम अपनी प्रयोगशाला में नयी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट के साथ

4 comments:

  1. बहुत अच्छी जानकारी । शुक्रिया ।

    ReplyDelete
  2. आपकी लिखी रचना सोमवार. 31 जनवरी 2022 को
    पांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

    संगीता स्वरूप

    ReplyDelete
  3. बहुत ही ज्ञानवर्धक उपयोग जानकारी।

    ReplyDelete
  4. अच्छी खबर...
    बहुत खूब।

    ReplyDelete

आप के विचार!

जर्मनी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार "द बॉब्स" से सम्मानित पत्रिका "दुधवा लाइव"

हस्तियां

पदम भूषण बिली अर्जन सिंह
दुधवा लाइव डेस्क* नव-वर्ष के पहले दिन बाघ संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले महा-पुरूष पदमभूषण बिली अर्जन सिंह

एक ब्राजीलियन महिला की यादों में टाइगरमैन बिली अर्जन सिंह
टाइगरमैन पदमभूषण स्व० बिली अर्जन सिंह और मैरी मुलर की बातचीत पर आधारित इंटरव्यू:

मुद्दा

क्या खत्म हो जायेगा भारतीय बाघ
कृष्ण कुमार मिश्र* धरती पर बाघों के उत्थान व पतन की करूण कथा:

दुधवा में गैडों का जीवन नहीं रहा सुरक्षित
देवेन्द्र प्रकाश मिश्र* पूर्वजों की धरती पर से एक सदी पूर्व विलुप्त हो चुके एक सींग वाले भारतीय गैंडा

Post Top Ad

Your Ad Spot