दुधवा के वन्यजीवों पर अंतराष्ट्रीय तस्करों की नजर तो नहीं
बाघ की खाल व दो तस्कर गिरफ्तार सुरक्षा दावों की खुली पोल
लखीमपुर खीरी--विश्व प्रसिद्ध दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल से बाघ का शिकार कर खाल बेचने की फिराक में पकड़े गए दो तस्करों से जहां वन विभाग द्वारा सुरक्षा पर सवालिया निशान लग रहा है वही दूसरी तरफ दुधवा के जंगल मे वन्यजीवों के शिकार से इनकार नहीं किया जा सकता।दुधवा जंगल के वन्यजीवों पर यूं तो हमेशा शिकारियों व तस्करों की काली नजरें रही हैं।लेकिन कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है कि वन्यजीव तस्कर कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो गए हैं ।हांलाकि वन विभाग के आलाधिकारियों की माने तो जंगल में वन विभाग की लगातार मॉनिटरिंग होती है लेकिन बीती रात बाघ की खाल के साथ दो तस्करों की गिरफ्तारी से वन विभाग के दावों की पोल खोल कर रख दी है।एक तरफ जहाँ जलौनी लकड़ी तथा कटरुआ व धरती के फूल बीनने पर लोगों को जेल भेजा गया वहीं वन्यजीवों के शिकार पर वन विभाग की नाकामी से वन्यजीव प्रेमियों में चिन्ता की झलक साफ देखी जा रही है।
वर्तमान में दुधवा उपनिदेशक मनोज कुमार सोनकर की सक्रियता के चलते दुधवा टाइगर रिजर्व के वन तथा वन्यजीवों पर काली नजर रखने वाले शिकारियों व लकड़ी तस्करों में हड़कंप मचा हुआ था लेकिन कुछ समय बाद वन विभाग में आपसी खींचातानी से लकड़ी कटान व वन्यजीवों के शिकार की खबरें आम बात हो गई।
बीते कुछ माह पूर्व दुधवा टाईगर रिजर्व के बनकटी रेंज (दुधवा-नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा) डिगनिया बीट संख्या 4 में गश्त के दौरान एसएसबी व पार्क प्रशासन की सयुंक्त टीम ने दो तस्करों को पकड़ा जिनके पास से काफी मात्रा में वन्यजीवों के अवशेष बरामद हुए थे पकड़े गए तस्करों में एक तस्कर नेपाल का रहने वाला था। वर्ष 2018 में किशनपुर रेंज में एक बाघ को ग्रामीणों द्वारा पीट-2 कर मौत के घाट उतार दिया वहीं महेशपुर रेंज में शिकारियों द्वारा एक बाघ की हत्या कर दी गई।उक्त घटनाओं को वन्यजीव प्रेमी भूल नही पाये थे कि 7 अप्रेल 2019 को सुमेर नगर में एक नर तेदुंआ शावक मृत पाया गया वहीं बीते कुछ माह पहले दुधवा रेंज के भदरौला कालाकुंड में पूर्ण व्यस्क नर बाघ के शव की सूचना रेल विभाग के माध्यम से पार्क प्रशासन को मिली जिस पर तत्कालीन निदेशक रमेश पांडे ने घटना स्थल का जायजा लिया था। उसके बाद हाल ही में दुधवा टाईगर रिजर्व के सोनारी पुर रेंज के ककरहा कक्ष संख्या 6 में नर गैंडे का शव बरामद हुआ उक्त गैंडे का शव बरामद हुए कुछ समय ही बीता था कि दुधवा टाईगर के किशनपुर वन्य जीव बिहार में एक मादा बाघ का शव देखा गया जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर फील्ड निदेशक संजय कुमार उप निदेशक मनोज सोनकर ने शव का मुआयना किया मृत बाघ के गर्दन व सिर पर चोट के निशान थे।इस तरह लगातार हो रही घटनाओं को लेकर वन्यजीव प्रेमियों में शंका उतपन्न हो रही हैं कि कही कोई अंतरराष्ट्रीय तस्करों द्वारा इस तरह की घटनाओं को अंजाम तो नही दे रहा है।
बॉक्स,,बाघ की खाल तो मिली उसके अन्य अवशेषों का पता लगाना वन विभाग के लिए चैलेंज बना हुआ है।
मो. शकील
वरिष्ठ पत्रकार
बेलरायां खीरी
मोबाइल: +91 94519 25867
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