दुधवा जंगल से तीन हजार तोतों का शिकार करने वाले तीन आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने धर दबोचा। मौके से टीम को तोतों से भरे छह लोहे के पिंजड़े भी मौके से बरामद हुए। सभी आरोपियों को पलिया की सिंगहिया स्थित रेंज लाया गया, जहां से मेडिकल के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। पकड़े गये तीन आरोपियों में दो उत्तराखंड व एक पीलीभीत का निवासी है। दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड निदेशक ने बताया कि पलिया वन रेंज के रेंजर दिनेश बडोला को सूचना मिली कि मैलानी रेंज पीलीभीत बस्ती के मार्ग मोहरीना जंगल में कुछ शिकारी तोतों का शिकार कर रहे हैं। सूचना मिलते ही रेंजर दिनेश बडोला वन दरोगा विजेन्दर सिंह, वन रक्षक हरवेन्दर सिंह व आकाश खरवार आदि टीम के साथ मौके के लिये रवाना हो गये।
टीम ने मौके से पहले वाहन को रोक लिया और आरोपियों को पकड़ने के लिये पैदल चल पड़े। टीम को देख शिकारियों ने भागने का प्रयास किया लेकिन उन्हें घेर कर धर दबोचा गया। वन टीम को मौके से लोहे के छह पिंजड़ों में विभिन्न प्रजाति के करीब तीन हजार तोते बरामद हुए। पिंजड़ों में कैद तोतों के साथ तीनों आरोपियों को टीम पलिया वन रेंज ले आई। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम सन्नी पुत्र जंग बहादुर निवासी जिला पीलीभीत, राकेश पुत्र बलदेव व विल्सन पुत्र रामलाल निवासी मझौला फार्म खटीमा उत्तराखंड का होना बताया है। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है
साभार: हिन्दुस्तान, लखीमपुर-बरेली
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