=पत्नी की मौत के बाद अकेले रह गए सुनील दददा के जीने का सहारा बन गए पशु पक्षी
=हर पशु पक्षी की है अपनी अलग कहानी, जिसका कोई नहीं था, तब दददा ने दी जिंदगी
शाहजहांपुर।
मिलिए शाहजहांपुर जिले के खुदागंज में रहने वाले सुनील मिश्रा उर्फ दददा से। पत्नी की अरसा पहले मौत हो गई। अकेलापन था जिदंगी में तो उन्होंने अपना मन चिड़िया चिनगुनों में लगा लिया। बेडरूम में इनके पटटे पूत रहते हैं। कबूतर गुटरगूं करते हैं। बेडरूम से बाहर आते हैं तो गौरैया उनका इंतजार करती है। यह उन पशु पक्षियों के हमदर्द और खैरख्वाह हैं, जिनका सहारा कोई नहीं होता है। जो भी पशु पक्षी इनके घर में रहते हैं, सबकी अपनी कहानी है। इस कहानी का हीरों अगर कोई है तो वह अपने दददा हैं,जगत दददा...गौरैया वाले, कबूतर वाले, बुलबुल वाले, बंदर वाले, तोते वाले अपने दददा।
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जिसका कोई नहीं, उसके दददा तो हैं यारों
खुद का परिवार के लिए दिनभर जद्दोजहद करने के बाद दद्दा कभी भी अपने पालतू पक्षियों व नगर में घूमने वाले आवारा पशु पक्षियों की चिंता में ही रहते। उन्हें कहीं भी कोई भी लाचार पशु या पक्षी सड़क पर मिल जाए तो वह तुरंत उसको उठाकर उसका पूरा इलाज व खाना-पानी की व्यवस्था अपने आवास पर करते हैं। जब पशु पक्षी स्वस्थ हो जाते हैं, तब उसको पुन: छोड़ देते हैं, ताकि वह आजादी से फिर विचरण कर सकें।
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सुनील मिश्रा का बेडरूम कम चिड़ियाघर ज्यादा
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तब करंट से जख्मी बंदर की सेवा की
एक घटना दददा ने बताई, जिसमें लगभग 8 वर्ष पहले 11000 की बिजली लाइन से टकराकर बंदर झुलस गया था। सुनील गुप्ता उसको घर ले आए। लगभग 2 वर्ष तक उसकी सेवा की। उसके शरीर में कीड़े पड़ गए थे। 2 वर्ष बाद वह बंदर पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया, फिर अपने गंतव्य स्थल पर चला गया। सुनील मिश्रा हृदय के रोगी भी हैं। वह बताते हैं कि यह सब करने से उन्हें सुकून मिलता है और इन्हीं सभी पशु पक्षियों की दुआओं के चलते उनका परिवार व की बीमारी का इलाज हो रहा है। सुनील मिश्रा संग्रह की एक जीती जागती उदाहरण है उनके पास तमाम ऐसे चीजें आज भी उपलब्ध है जो नगर में खोजने पर भी नहीं मिलती। सुनील मिश्रा का यह जीव प्रेम वह मुश्किल ही देखने को मिलता है।
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साभार:-दैनिक हिन्दुस्तान, शाहजहांपुर
लेखक : रोहित सिंह का असली नाम तो विजय विक्रम सिंह है। वह हिन्दुस्तान में खुदागंज से प्रतिनिधित्व करते हैं। रोहित अमर उजाला में भी सेवाएं दे चुके हैं। रोहित बीपीएड हैंं। शाहजहांपुर के सुदूर खुदागंज की आर्थिक, सामाजिक मसलों को समय समय पर बेहद दमदार तरीके से उठाते हैं। रोहित बेहद संवेदनशील हैं। इनसे इनके मोबाइल फोन नंबर 7007620713 पर संपर्क किया जा सकता है।
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