१६ मार्च (लखीमपुर-खीरी) दुधवा नेशनल पार्क की बेलाराया रेंज में कुछ हथियार बंद शिकारी एक स्कार्पियों गाडी के साथ एक चीतल हिरन का शिकार करके भाग रहे थे, वन-विभाग की गस्त-टीम ने उनका पीछा किया मुठभेड़ के बाद एक शिकारी चीतल की लाश के साथ गिरफ्तार हुआ, सूत्रों के मुताबिक़ स्कार्पियों गाडी भी विभाग ने अपने कब्जे में ले ली है| पार्क प्रसाशन ने जल्द ही अन्य शिकारियों को गिरफ्तार कर लेने की बात कही है !
दुधवा में हिरणों की पांच प्रजातियाँ है जो की वन्य जीव अधिनियम १९७२ के अंतर्गत प्रतिबंधित सूची में है, साथ ही यह हिरन प्रजातियाँ बाघों का मुख्य आहार है| बाघों का मुख्य भोजन होने के कारण हिरणों की सुरक्षा व् उनकी सख्या में बढ़ोत्तरी हो इसके उपाय बेहद जरूरी है| ताकि तराई के इस जंगल में बाघों की मौजूदगी हमेशा बनी रह सके !
दुधवा लाइव डेस्क
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