Photo by: ©Krishna Kumar Mishra* |
जंगल में:-
इन खामोश जंगलों कीबेइंतहा खूबसूरती को
अक्सर महसूस किया है मैने,
उन राहों से गुजरते हुए
जो बनायी हैं, प्रकृति ने
अपने हसीन सहचरों के लिए
घने पेड़ों से झांकती हुई
नाजुक सुनहरी किरणों को
जीवन में देखा है मैने
उमंगो की तरह
उसकी गहनता ने प्रेरित किया है
मुझे विचारों की महानता से
और खामोशी से सीखा है
जीवन में आत्म-विवेचन
गौरव गिरि (लेखक बज़रखा शिव-मन्दिर ट्रस्ट के महन्त हैं, जिला खीरी में रहते हैं, इनसे 09005200709 पर संपर्क कर सकते हैं)
*तस्वीर बजरखा शिव-मन्दिर की है जो तकरीबन चार वर्ष पूर्व ©कृष्ण कुमार मिश्र द्वारा खींची गयी थी।
धन्यवाद आपका
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